दीपलाना में तेलीओं का इतिहास
(1)चांदेड अलफु चांदेड साराण (साहवा) से दीपलाना आये थे l (2)_ गौरी सुणा चांदेड किसी कारण अलवर चला गया,वहाँ पर छोटी उम्र में फजलदीन गौरी के पिता घासीखां का देहान्त हो गया था l इस कारण परिवार में कोई इनकी माता को रखना नहीं चाहते थे l सुणा चांदेड इनकी माता को नाते ले आया l (3) आलवी खेरदीन आलवी सन. 1944 में नोहर से दीपलाना चान्देडो के ससुराल में आकर बस गये l (4) खिलजी हकीमदीन/कालूखां खिलजी डींग(फतेहाबाद) में जमीन नहीं होने के कारण व दीपलाना में रिश्तेदारी ओर जमीन मिलने के कारण यहाँ आकर सन. 1945 में बस गये l (5) चौहान ईस्माईल/दाना चौहान मलेका (हरियाणा) से सन. 1937 में चान्देडो में रिश्तेदारी कि वजह से दीपलाना आकर बस गये l (6)दईया यासीनखां/फजलदीन दईया के बचपन में ही पिता का देहान्त हो गया था l इस कारण अपमी माता रजिया के साथ नोहर से सन. 1938 में दीपलाना आकर बस गये l (7...
nyice
जवाब देंहटाएं