दीपलाना में जाटुयों का इतिहास



        (1)       बिंदलखां खत्री बलारा (झुंझनु) से वि.स. 1956 में दीपलाना गौरियों के रिश्तेदारी की वजह से यहाँ आये l इनके एक लड़का कमेंखां व दो लड़की मरियम (मरेम) व चन्दो  हुई l कमेखां के लड़का नही चार लडकियाँ  भवंरी,फूली,बिदामी व बिस्मिला हुई l मरेम की शादी भादरा नुरेखां/हेदरखां से हुई l नुरेखां देश विभाजन के समय  पाकिस्तान चले गये l ओर मरेम अपने लडकों के साथ सन.1947 के बाद दीपलाना आये l कमेखां ने अपने भानजे अहमद अली के नाम जमीन करवा दी l अहमद अली ने अपने दोनों भाईयों के भी जमीन नाम करवाई l

       (2)      शकरु खां जाटू फोज में सर्विस करते थे l इनके बचपन में माता पिता का देहान्त ठेलासर (चुरू ) में हो गया था l इनकी पत्नी ( सायरा) ज्यादातर दीपलाना ही रहती थी ,ओर सेवानिवृति के बाद सन 1952 में दीपलाना बसगये l




















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