उत्तर पश्चिम रेलवे – दीपलाना

(रेलवे स्टेशन दीपलाना ,मई 2016)

सादुलपुर–हनुमानगढ़ मार्ग पर मीटरगेज बंद
·
बीकानेर मंडल में मीटरगेज रेल लाइन इतिहास में
दर्ज हो गई है I हनुमानगढ़ से सादुलपुर रविवार 30
सितम्बर 2012 शाम साढ़े छ: बजे बीकानेर मंडल की अंतिम मीटर
गेज गाड़ी को झंडी दिखाई गई I इसके साथ ही बीकानेर मंडल से 121 साल के स्वर्णिम इतिहास
के बाद मीटर गेज रेलगाड़ी की विदाई हो गई I

हनुमानगढ़- सादुलपुर के मध्य
मीटरगेज आखिरी रेल गाड़ी
·
बीकानेर
मंडल में पहली मीटरगेज रेल गाड़ी दिसम्बर 1891 में आई और 30 सितम्बर 2012 को आखिरी मीटर गेज गाड़ी को विदाई दी I
·
हनुमानगढ़- नोहर –सादुलपुर रेलखंड पर वर्ष 1927
में मीटर गेज रेल गाड़ी शुरू हुई थी I
हनुमानगढ़-सादुलपुर के मध्य ब्रोडगेज चालू
·
हनुमानगढ़- सादुलपुर के मध्य ब्रोडगेज लाइन पर गाड़ी चालू होने के साढ़े तीन वर्ष
पहले इस रुट पर ब्रोडगेज लाइन बिछाने के लिये ट्रेनों का संचालन बंद किया गया था I
·
ब्रोडगेज लाइन का निर्माण पूर्ण होने पर 14.03.16 को
रेलवे CRS ने इस ट्रेक का निरीक्षण
कर सुरक्षI व्यवस्थायों को जाँचकर
कुछ कमियों को दुरुस्त करने की शर्त पर ट्रेन चलाने की मंजूरी दी I
·
हनुमानगढ़ से सुरतपुरा तक 174.07 किमी. में ब्रोडगेज लाइन बिछाने के लिये
रेलवे नें 517 करोड़ का बजट मंजूर किया I
·
हनुमानगढ़- सादुलपुर के मध्य ब्रोडगेज लाइन का पहला ट्रायल 17.10.14 को हुआ I

हनुमानगढ़- सादुलपुर के
मध्य पहली ब्रोडगेज गाड़ी
·
24 मई 2016 मंगलवार
को हनुमानगढ़ से सादुलपुर के लिये अपने निर्धारित कार्यक्रम अनुसार सुबह साढ़े दस बजे से रवाना होकर दीपलाना अपने निर्धारित समय 12.37 से लगभग डेढ़ घंटा (2.10 बजे ) देरी से पहुंची I
को हनुमानगढ़ से सादुलपुर के लिये अपने निर्धारित कार्यक्रम अनुसार सुबह साढ़े दस बजे से रवाना होकर दीपलाना अपने निर्धारित समय 12.37 से लगभग डेढ़ घंटा (2.10 बजे ) देरी से पहुंची I
·
रेलवे स्टेशन पर उमड़ी हजारों की भीड़ नें गाड़ी
के साथ आये रेलवे कर्मचारिओं को मिठाइयाँ खिलाई व मालाओं से लाद दिया I
·
हनुमानगढ़ से गोगामेडी तक 80 किमी. प्रति घटें
की रफ्तार रहेगी,बाद में ट्रेन की स्पीड 100 किमी. प्रति घंटे हो जायेगी I
·
भादरा रेलवे स्टेशन पर पहले दिन 80 प्लेटफोर्म टिकिट
व 185 यात्री टिकिट बिके I
· दीपलाना यात्री प्लेटफोर्म नम्बर 1 व 2 की लम्बाई
761.50 मी.
रेल खंड पर एक नजर
रेलखंड का नाम -- सुरतपुरा-हनुमानगढ़
रेलखंड की लम्बाई—174.07 किमी.
परियोजना की लागत – 497 करोड़
पुलों
की संख्या -- 64
अंडरपास की संख्या --36
समपार फाटक संख्या –15
रोड़ओवर ब्रिज संख्या –02
स्टेशनों की संख्या --22

दीपलाना बी श्रेणी स्टेशन पर
सुविधायें
·
एक हवादार सेड जिसमें पंखो के साथ बैठने के लिये सीमेंट के बेंच I
·
तीन शौचालय
महिला ,पुरुष व दिव्यांगो के लिये I
·
दोनों
प्लेटफोर्म पर दो-दो जगह पानी पीने के लिये दिव्यांगो की टूटींयां I

·
ग्राम पंचायत
के तत्कालीन सरपंच श्री लियाकत अली द्वारा निर्मित
प्याऊ (सितम्बर 2002 ) I
प्याऊ (सितम्बर 2002 ) I
·
दोनों
प्लेटफोर्म पर दो-दो जगह छोटे सेड के साथ सीमेंट के बेंच I

·
एक टिकट
खिड़की I
·
स्टेशन
मास्टर कार्यालय में व्हील चेयर,स्ट्रेचर व प्राथमिक उपचार पेटी I
·
स्टेशन परिसर
के चारों LED लाइटें I
·
टेलीफोन
नम्बर 9530297382
·
टोलफ्री
नम्बर 139
दीपलाना स्टेशन स्टाफ
1
श्री आदराम
गौदारा (स्टेशन अधीक्षक ) 9950542774
2
श्री राजेराम सिंवर (स्टेशन मास्टर ) 6378315308
3
श्री महेश कुमार ( कांटेवाला ) 7073089549
4
श्री भंवर सिंह ( कांटेवाला ) 8769143852
समय
सारणी लागू-15.08.2018
से
उत्तर पश्चिम
रेलवे , बीकानेर मंडल
गाड़ी नम्बर
|
कहाँ से
|
कहाँ को
|
आना
|
जाना
|
54764
|
श्री गंगानगर
|
सादुलपुर
|
08.35
|
08.37
|
04776
|
हनुमानगढ़
|
सादुलपुर
|
15.58
|
16.00
|
04778
|
हनुमानगढ़
|
सादुलपुर
|
20.03
|
20.04
|
04777
|
सादुलपुर
|
हनुमानगढ़
|
07.11
|
07.13
|
54763
|
सादुलपुर
|
श्री गंगानगर
|
13.26
|
13.28
|
04775
|
सादुलपुर
|
हनुमानगढ़
|
21.08.
|
21.09
|
दीपलाना रेलवे स्टेशन
किराया सूची दिनांक 22.11.2015 से लागू
क्रमांक
|
स्टेशन
|
साधारण किराया
|
|
पूरा किराया
|
आधा किराया
|
||
1
|
श्री रामगढ हाल्ट
|
10
|
10
|
2
|
गोगामेडी
|
10
|
10
|
3
|
तहसील भादरा
|
10
|
10
|
4
|
कलाना
|
10
|
10
|
5
|
अनुपशहर
|
15
|
10
|
6
|
सिधमुख
|
15
|
10
|
7
|
हंसिया वास हाल्ट
|
20
|
10
|
8
|
नरवासी
|
20
|
10
|
9
|
सादुलपुर जं.
|
25
|
15
|
10
|
चुरू जं.
|
35
|
20
|
11
|
रतनगढ़ जं.
|
45
|
25
|
12
|
लुहारू जं.
|
35
|
20
|
13
|
सतनाली
|
35
|
20
|
14
|
महेन्द्रगढ़
|
40
|
20
|
15
|
रेवाड़ी जं.
|
50
|
25
|
16
|
नोहर
|
10
|
10
|
17
|
भुकरका हाल्ट
|
10
|
10
|
18
|
खिनानियां
|
10
|
10
|
19
|
सुरेरा हाल्ट
|
10
|
10
|
20
|
ऐलनाबाद
|
10
|
10
|
21
|
तलवाड़ा झील
|
15
|
10
|
22
|
टीबी
|
15
|
10
|
23
|
शेरेकां
|
20
|
10
|
24
|
हनुमानगढ़ टाउन
|
20
|
10
|
25
|
हनुमानगढ़ जं.
|
25
|
15
|
26
|
सादुलशहर
|
30
|
15
|
27
|
श्री गंगानगर जं.
|
35
|
20
|
28
|
संगरिया
|
25
|
15
|
29
|
मंडी डबवाली
|
35
|
20
|
30
|
भटिन्डा जं.
|
40
|
20
|
31
|
सूरतगढ़ जं.
|
30
|
15
|

अंडर ब्रिज
परलीका रोड दीपलाना ,मई 2016
अंडर ब्रिज
दीपलाना से परलीका रोड पर अंडर ब्रिज कि लागत 2.88 लाख व
दीपलाना से नोहर रोड पर 1.88 लाख तथा चक सरदारपुरा (सोती ) कि भी लागत 1.88 लाख है
I
जनशिकायत एवम सुझाव
· जनशिकायत एवम
सुझाव पंजिका स्टेशन मास्टर के पास उपलब्ध रहती है I
· मुख्य सतर्कता
अधिकारी उतर पश्चिम रेलवे—जयपुर
दूरभाष नम्बर – 0141-2715802
सतर्कता हेल्प
लाइन-- 155210
· चलती गाड़ी
में सुरक्षI सबंधित सहायता हेतु हेल्प लाइन
--182 /1322
· खानपान सबंधित शिकायत --138 / 1800111321
· SMS द्वारा शिकायत --9717630982
· INTERNET द्वारा शिकायत -- WWW.indianrailways.gov.in
रोचक कहानी
सेवानिवृत्त अध्यापक श्री बनवारी लाल नाई ने बताया कि जब
सर्वप्रथम रेल गाड़ी चली थी ,तब माल गाड़ी और सवारी
गाड़ी में कोई फर्क नहीं था I पहले सवारीयां
डिब्बों में नीचे ही बैठती थी I धीरे-धीरे सुधार होते-होते डिब्बों में सीटें लगाई
गई I इस रेलगाड़ी को चलाने का श्रेय बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह को जाता है I सुनने
में आता है कि खनानियां से थोड़ा आगे से लेकर तलवाड़ा झील से थोड़ा पहले का एरिया
पंजाब का था I पंजाब सरकार ने रेलवे लाइन के लिए जमीन देने से इनकार कर दिया I इस
पर महाराजा गंगासिंह ने रेलवे के अधीन आने वाली जमीन पंजाब सरकार से खरीदकर रेल
विभाग को दी , जिसकी वजह से यह रेल लाइन बन सकी I
जब सर्वप्रथम रेलगाड़ी चली उस समय लोगों में
चलती रेलगाड़ी को देखने व उसमें सफ़र करने का बड़ा उत्साह था I उस समय का एक वाकिया
मैंनें अपने पिताजी से सुना , जो अजीबोगरीब सा था I संयोग से मेरे पिताजी की शादी भी
जेठ सुदी 9 सम्मत 1985 में थी I और उस समय दीपलाना रेलगाड़ी चलने लगी थी ,और बारात ढीलकी जाटान से दीपलाना आनी थी I बारात में 60 से 70 बाराती आने
थे I पर जब बारात चली तो मेरे दादाजी ( श्री बुधराम ) के होश गुम हो गए I संभावित बारात
से 3 गुणा बाराती ,क्या जवाब देगें संबंधी को ? तो दादाजी ने कुछ बारातियों से
पूछा कि “जवानों थाने बारात में जाने को किसने कहा” तो सबने कहा दादाजी म्हे तो
गाड़ी देखण जान्वागां I म्हेने चाहे लापसी
ना खुवाईयो I म्हे स्टेशन पर सो जान्वागां और वापस सुबह वहीं से आ जान्वागां,लेकिन
जान्वागां जरुर I
बारात दीपलाना पहुंचते ही मेरे नानाजी ( श्री
रामचन्दर तंवर ) को पता चला की बारात बहुत बड़ी है तो कहने लगे कोई बात नहीं सभी
को खीर व लापसी खिलाओ और गाड़ी दिखाओ I
बारात गांव में पहुंचते ही गाड़ी देखने वाले
पूछने लगे कि स्टेशन कहां है म्हे गाड़ी देखने आयें हैं ,तो गांव वालों ने उनको
बताया कि गाड़ी रात 9:00 बजे आएगी
उस समय खाने का भी अच्छा
चाव हुआ करता था और हर व्यक्ति की खुराक भी अच्छी खासी हुआ करती थी I पर उस दिन
उनको गाड़ी देखने के सिवाय ,खाने पीने की कोई इच्छा नहीं थी I वे उत्सुक थे सब
गाड़ी देखने के लिए I उस दिन उनके लिए 9:00 बजने मुश्किल हो गए थे I
आखिरकार गाड़ी देखने के इच्छुक लोग काफी पहले ही
स्टेशन जाकर जम गए I जेसे ही गाड़ी आने लगी तो सब खड़े हो गए और छुक- छुक की आवाज
को बड़े ही ध्यान से सुनने लगे I कुछ को गाड़ी की लाइट देखकर बड़ा कौतुहल हुआ I
गाड़ी आई रुकी और चली गई I सबने बड़े ध्यान से गाड़ी का दीदार किया I पर एक व्यक्ति
ने कहा अंधेरे में गाड़ी देखने का मजा
नहीं आया सुबह दुबारा देखेंगे I
सुबह फिर सब गाड़ी देखने के लिए स्टेशन पर आ गए
I गाड़ी को देखकर एक जोरदार वाकया हुआ I जैसे ही गाड़ी नजदीक आई काले इंजन को
देखकर 8-10 आदमी भाग गये I और बड़े-बड़े केरों के पीछे छिप गए I उन्हें यह काला
इंजन देखकर डर लगा, इसलिए भागे I
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
9414503151